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मंदिर के सामने बरगद के पास स्थित मूर्तियां |
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के छोटे डोंगर गांव में वैद्य हेमचंद मांझी एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक हैं, जो जड़ी-बूटियों के माध्यम से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज करते हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन जड़ी-बूटियों की खोज और उनके उपयोग में समर्पित किया है, और लगभग पांच दशकों से हजारों लोगों का सफलतापूर्वक इलाज कर चुके हैं। उनकी ख्याति इतनी बढ़ी है कि अमेरिका से भी मरीज उनके पास उपचार के लिए आते हैं।
हेमचंद मांझी का दावा है कि उनके पास कैंसर, एड्स, ब्लड कैंसर, लिवर कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, किडनी की समस्याएं, हृदय रोग, मिर्गी, शुगर, ब्लड प्रेशर, खांसी, दमा, लकवा, जोड़ों का दर्द, निमोनिया, गैस्ट्रिक, कमजोरी, घाव, सिकल सेल, बवासीर, गले की समस्याएं, टीबी, साइटिका, गठिया, पेट संबंधित सभी बीमारियों का इलाज उपलब्ध है।
छोटे डोंगर गांव में स्थित माँ दंतेश्वरी का मंदिर धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। माँ दंतेश्वरी को 84 परगना की देवी माना जाता है, और यहाँ हर वर्ष अगहन जात्रा जैसे धार्मिक आयोजन होते हैं, जिसमें 84 परगना के लोग शामिल होते हैं।
बस्तर दशहरा के दौरान भी माँ दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना की जाती है, जिसमें बस्तर संभाग के 84 परगना और सीमावर्ती राज्यों से आए 450 से अधिक देवी-देवताओं को ससम्मान विदाई दी जाती है।
माँ दंतेश्वरी मंदिर की स्थापना के बारे में कहा जाता है कि वर्ष 1824 में परलकोट के राजा शहीद गैंदसिंह ने इस स्थान पर देवी दंतेश्वरी की मूर्ति स्थापित कराई थी। यह मूर्ति पास ही में बह रही नदी से एक परिवार को मिली थी, जिसके बाद इसकी जानकारी राजा को हुई और उन्होंने यहाँ मंदिर की स्थापना की।
माँ दंतेश्वरी मंदिर और वैद्य हेमचंद मांझी दोनों ही क्षेत्र के धार्मिक, सांस्कृतिक और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, जो स्थानीय समुदाय के लिए आस्था और उपचार का केंद्र बने हुए हैं।
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मंदिर के सामने बरगद के पास स्थित मूर्तियां |
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मंदिर के सामने बरगद के पास स्थित मूर्तियां |
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मंदिर के सामने बरगद के पास स्थित मूर्तियां |
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मंदिर के सामने बरगद के पास स्थित मूर्तियां |
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मंदिर के सामने बरगद के पास स्थित मूर्तियां |
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मंदिर के सामने बरगद के पास स्थित मूर्तियां |
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मंदिर के सामने बरगद के पास स्थित मूर्तियां |
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मंदिर के सामने बरगद के पास स्थित मूर्तियां |
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मंदिर के गर्भ में स्थित मां दंतेश्वरी |
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मंदिर के अंदर स्थित देवताओं के बाना |
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आंगादेव |
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मंदिर के अंदर की मूर्तियां |
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खंडित मूर्तियां |
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देवी-देवताओं के साकर |
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प्रवेश द्वार |
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मंदिर |
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मंदिर प्रांगण में रखे पाँव युक्त कलाकृति |