Header Ads Widget

A

A

R

Y

A

N

C

H

I

R

A

M

नया लेख

6/recent/ticker-posts

उपकार का फल

[26/04 3:21 pm] Aaryan Chiram: मैं "किसी से" बेहतर करुं
                क्या फर्क पड़ता है..!
मै "किसी का" बेहतर करूं
                बहुत फर्क पड़ता है..!!
🍶
Aaryan chiram

एक काफिला सफ़र के दौरान अँधेरी सुरंग से गुजर रहा था । उनके पैरों में कंकरिया चुभी, कुछ लोगों ने इस ख्याल से कि किसी और को ना चुभ जाये, नेकी की खातिर उठाकर जेब में रख ली ।  कुछ ने ज्यादा उठाई कुछ ने कम । जब अँधेरी सुरंग से बाहर आये तो देखा वो हीरे थे। जिन्होंने कम उठाये वो पछताए कि ज्यादा क्यों नहीं उठाए । जिन्होंने नहीं उठाए वो और पछताए । दुनिया में जिन्दगी की मिसाल इस अँधेरी सुरंग जैसी है और नेकी यहाँ कंकरियों की मानिंद है । इस जिंदगी में जो नेकी की वो आखिर में हीरे की तरह कीमती होगी और इन्सान तरसेगा कि और ज्यादा क्यों ना की।

👌👌👌
[26/04 3:27 pm] Aaryan Chiram:

✨ लघु कथा with बड़ा सवाल✨

एक ‘समृद्ध‘ परिवार की महिला साड़ी की दूकान जाकर कहती है...कम से कम दाम वाली हल्की साड़ी दिखाना, बेटे की शादी है...कामवाली को भेंट देनी है

        कुछ देर बाद, उसी दूकान पे काम वाली आती है और कहती है....भैया महँगी वाली साड़ी दिखाना, मालकिन के बेटे की शादी है...नई बहु को भेंट देनी है..........!!!
.
      ‘समृद्ध‘ कौन ?👌👌👌


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ